Some poetry, some prose and a little thought
IndiBlogger
Saturday, October 22, 2011
मोती जो बिखरे है ....
तुम गलतियाँ हज़ार लाख करो
दिल हर बार तुम्हे माफ़ करेगा
चाहे इकरार करो या इनकार
दिल बस तुम ही से प्यार करेगा
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